एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी फिर क्या हुवा यह ना पूछो, कुछ ऐसी बात हो गयी एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी
वह अचानक आ गयी, यूँ नज़र के सामने जैसे निकल आया घटा से चाँद वह अचानक आ गयी, यूँ नज़र के सामने जैसे निकल आया घटा से चाँद. चहरे पे जुल्फें, बिखरी हुई थी, दिन में रात हो गयी एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी
जानेमन जानेजिगर होता मैं शायर अगर कहता गझल तेरी अदाओं पर जानेमन जानेजिगर होता मैं शायर अगर कहता गझल तेरी अदाओं पर. मैंने यह कहा तोह मुझसे खफा वह जनहायत हो गयी एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी
खूबसूरत बात यह चार पल का साथ यह, सारी उम्र मुझको रहेगा यद् खूबसूरत बात यह चार पल का साथ यह, सारी उम्र मुझको रहेगा यद्. मैं अकेला था मगर, बन गयी वोह हमसफ़र, वह मेरे साथ हो गयी एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी फिर क्या हुवा यह ना पूछो, कुछ ऐसी बात हो गयी एक अजनबी हसीना से यु मुलाकात हो गयी
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